(विशेष संवाददाता)
भोपाल / छिंदवाड़ा। जिले में विषैला (कोल्ड्रिफ) कफ सिरप उपयोग के कारण 14 बच्चों की मौत से गहमागहमी मची हुई है। इस घटनाक्रम के बाद मुख्यमंत्री मोहन् यादव ने त्वरित कदम उठाते हुए चार अधिकारियों पर कार्रवाई की है।
मुख्यमंत्री निवास पर बुलायी गई उच्चस्तरीय बैठक में निम्नलिखित निर्णय लिए गए:
औषधि निरीक्षक गौरव शर्मा (छिंदवाड़ा), औषधि निरीक्षक शरद कुमार जैन (जबलपुर) और उप संचालक, खाद्य एवं औषधि प्रशासन शोभित कोस्टा को निलंबित किया गया।
ड्रग नियंत्रक दिनेश मौर्य को स्थानांतरित कर दिया गया।
कोल्ड्रिफ सिरप की विक्रय पर तत्काल प्रतिबंध लगाया गया और दुकानों में मौजूदा स्टॉक जब्त करने के आदेश दिए गए।
प्रभावित परिवारों के घरों से यह सिरप रिकवर करने हेतु सघन अभियान चलाने को कहा गया।
अन्य दवाओं की गुणवत्ता की संशोधित जांच कराने, दवाओं पर चेतावनी व निर्देशों की अनुपालन सुनिश्चित करने, और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश।
चार वर्ष से कम आयु के बच्चों को संयोजन दवाएं न देने संबंधी निर्देशों की अवहेलना करने वाले चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई करेगी।
इसके अतिरिक्त, सीएम मोहन यादव उक्त हादसे से प्रभावित परिवारों से मिलने छिंदवाड़ा भी गए और उन्होंने मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया।
यह घटना परासिया क्षेत्र में शुरू हुई, जहाँ बच्चों में किडनी संबंधी गंभीर लक्षण दिखने लगे।
कोल्ड्रिफ सिरप पर पहले ही तमिलनाडु में प्रतिबंध लग चुका है।
मध्य प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में इस सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध जारी किया है।
यह मामला दवा विनियमन, गुणवत्ता नियंत्रण और प्रशासनिक जवाबदेही की चुनौतियों को उजागर करता है। मुख्यमंत्री की तत्काल कार्रवाई एक पुख्ता संकेत है कि राज्य सरकार इस तरह की त्रासदियों को रोकने के लिए सजग है।