दरअसल, भोपाल में आज दोपहर करीब 2 बजे पुलिस कमिश्नर ऑफिस के सामने कुछ ऐसा नज़ारा देखने को मिला जो आम दिनों से बिल्कुल हटकर था।।
ट्रैफिक पुलिस की टीम आज खास मुहिम पर थी — निशाना आम जनता नहीं, बल्कि खुद पुलिस वाले थे!
जिन गाड़ियों पर “POLICE” लिखा था या मोनो लगा था, उन्हें चुन-चुनकर रोका जा रहा था।
कारण? हेलमेट नहीं! सीट बेल्ट नहीं! और नियमों की ऐसी-तैसी!
कई पुलिस कर्मियों के तुरंत चालान काटे गए, तो कई “साहब” बहस पर उतर आए —
“अरे हम ही तो पुलिस हैं!”
लेकिन ट्रैफिक पुलिस वालों ने कहा —
“तो नियम तोड़ने की छूट किसे है साहब?”
कुछ चालान से बचने के चक्कर में पुलिसकर्मी गाड़ी स्टार्ट कर रफूचक्कर भी हो गए —
और यही वजह रही कि लोगों के बीच चर्चा छिड़ी – ‘आज तो पुलिस पुलिस को भागा रही है!’
गौरतलब है कि हाल ही में पुलिस मुख्यालय से सख्त आदेश जारी हुए हैं कि हर पुलिसकर्मी ड्यूटी हो या ऑफ ड्यूटी, बाइक चलाते समय हेलमेट अनिवार्य रूप से लगाए और कार में सीट बेल्ट जरूर पहने।
आज की कार्रवाई ने साबित कर दिया —
कानून सबके लिए बराबर है, चाहे वर्दी के अंदर हो या बाहर!