(शैख़ आसिफ)
खंडवा। मध्यप्रदेश और राजस्थान में जहरीले कफ सिरप से बच्चों की मौत के बाद अब खंडवा जिला प्रशासन सतर्क हो गया है। कलेक्टर के निर्देश पर मंगलवार को ड्रग्स विभाग की टीम ने शहर के 12 और ग्रामीण क्षेत्र के 8 मेडिकल स्टोर्स एवं गोदामों पर औचक निरीक्षण किया।
जांच के दौरान अधिकारियों ने तमिलनाडु निर्मित कोल्ड्रिफ और नेस्कोफ डीएस कफ सिरप के स्टॉक की पड़ताल की। राहत की बात यह रही कि खंडवा की किसी भी दुकान पर प्रतिबंधित कफ सिरप नहीं मिला।
ड्रग्स इंस्पेक्टर मंजीत सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश मिलते ही जिले में मेडिकल स्टोर्स और एजेंसियों की जांच शुरू कर दी गई है। दवा विक्रेताओं को सख्त हिदायत दी गई है कि वे प्रतिबंधित सिरप का विक्रय न करें और बिना डॉक्टर की पर्ची के कोई भी कफ सिरप न बेचें। यदि किसी भी स्थान पर इस तरह की दवा पाई जाती है, तो तत्काल विभाग को सूचित करने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. ओ.पी. जुगतावत ने बताया कि छिंदवाड़ा और जबलपुर में बच्चों की दर्दनाक मौत के बाद खंडवा में एडवाइजरी जारी की गई है। चिकित्सकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे प्रतिबंधित सिरप पर्ची पर न लिखें। यदि कोई चिकित्सक या मेडिकल स्टोर इस निर्देश का उल्लंघन करता है, तो उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। श्री जुगावत ने बताया कि अब तक जिले के 20 मेडिकल स्टोर्स का आकस्मिक निरीक्षण किया जा चुका है और यह जांच अभियान आगे भी जारी रहेगा।