(शेख फ़िरोज़)
भोपाल। पुलिस स्मृति दिवस से पहले रविवार सुबह लाल परेड मैदान का नजारा देशभक्ति के रंग में रंगा नजर आया। शहीद स्मारक प्रांगण में पुलिस स्मृति दिवस की फुलड्रेस और फायनल रिहर्सल आयोजित की गई, जिसमें पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने परेड का निरीक्षण किया और तैयारीयों की बारीक समीक्षा की।
रिहर्सल के दौरान मुख्य अतिथि की भूमिका प्रधान आरक्षक राजमणी सिंह ने निभाई, जबकि परेड का नेतृत्व एसडीओपी सर्वप्रिय सिन्हा ने किया। टू-आई-सी के रूप में प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक हेमंत पांडेय सक्रिय रहे। मैदान में जिला बल, विशेष सशस्त्र बल की महिला और पुरुष टुकड़ियाँ, होमगार्ड, अश्वरोही और श्वान दल सहित पुलिस बैंड की प्रभावशाली प्रस्तुति ने माहौल को उत्साहपूर्ण बना दिया।
देशभक्ति के सुरों के बीच शहीदों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।इस मौके पर एडीजी (एसएएफ) चंचल शेखर, आईजी अभय सिंह, डीआईजी ओ.पी. त्रिपाठी और सातवीं वाहिनी के कमांडेंट हितेश चौधरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
हर साल की तरह इस बार भी पुलिस स्मृति दिवस 21 अक्टूबर की सुबह 9.50 बजे लाल परेड मैदान स्थित नवनिर्मित शहीद स्मारक प्रांगण में मनाया जाएगा। यह दिवस 1959 में लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में चीन की सेना से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों की याद में मनाया जाता है।
मध्यप्रदेश पुलिस के लिए यह साल भी बलिदान से भरा रहा। इस वर्ष राज्य के 11 वीर जवानों ने देश की सेवा में अपने प्राण न्योछावर किए। जिनमें निरीक्षक स्व. संजय पाठक, निरीक्षक स्व. रमेश कुमार धुर्वे, एएसआई स्व. रामचरण गौतम, एएसआई स्व. महेश कुमार कोरी, प्रधान आरक्षक स्व. संतोष कुशवाह, प्रधान आरक्षक स्व. प्रिंस गर्ग, प्रधान आरक्षक स्व. अभिषेक शिंदे, प्रधान आरक्षक स्व. गोविंद पटेल, आरक्षक स्व. अनुज सिंह, आरक्षक स्व. सुंदर सिंह बघेल और आरक्षक स्व. अनिल यादव शामिल हैं।