(विशेष संवाददाता)
छिंदवाड़ा/भोपाल। मध्यप्रदेश में जहरीले कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ़’ पीने से हुई 16 बच्चों की मौत के मामले ने गंभीर रूप ले लिया है। अब मामले की सच्चाई तक पहुँचने के लिए प्रशासन ने मृत बच्चों में से एक, दो वर्षीय योगिता ठाकरे का शव कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया है। यह 16 में से पहला पोस्टमार्टम होगा, जिससे वास्तविक कारणों की पुष्टि होने की उम्मीद है।
सिरप कांड के मामले में एक 2 साल की बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए कब्र से निकाला गया है। बच्ची का नाम योगिता ठाकरे बताया गया है।
शव रविवार को प्रशासन की देखरेख में परासिया ब्लॉक के बड़कुही मोक्ष धाम की कब्र से निकाला गया। बच्ची की मौत एक दिन पहले, शनिवार को नागपुर में किडनी फेल होने से हुई थी। मौत के कारणों की जाँच के लिए यह कदम उठाया गया।
पुलिस ने इस मामले में डॉ. प्रवीन सोनी को गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने अधिकांश पीड़ित बच्चों को यही कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ़’ लिखकर दिया था। साथ ही सिरप बनाने वाली Sresun Pharmaceutical कंपनी के संचालकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने संबंधित दवा के नमूने जांच के लिए लैब भेजे हैं। प्रारंभिक जांच में दवा में संदिग्ध रासायनिक तत्व मिलने की बात सामने आई है।
जांच एजेंसियाँ अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि सिरप की क्वालिटी जांच में लापरवाही कहाँ हुई और क्या बाजार में इसका अन्य बैच अभी भी मौजूद है। प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है।