‘मुस्कान अभियान’ की बड़ी उपलब्धि: सैकड़ों बालिकाएँ मिलीं, नक्सल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन सफल

 


बालाघाट में मुठभेड़, नक्सली कैंप से हथियार व सामग्री बरामद


(शैख़ फ़िरोज़)

भोपाल। मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा महिला सुरक्षा शाखा के तहत पूरे प्रदेश में 01 से 30 नवंबर 2025 तक चलाए जा रहे “मुस्कान विशेष अभियान” के तहत उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई है। केवल छह दिनों में प्रदेशभर से 314 से अधिक गुमशुदा-अपहृत बालिकाओं को सुरक्षित दस्तयाब किया गया है। इसके साथ ही 1542 से अधिक विद्यालयों और महाविद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर 1.61 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को महिला सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, पॉक्सो एक्ट, गुड टच-बैड टच एवं कानूनी अधिकारों की जानकारी दी गई।

अभियान में खरगोन, आष्टा, बिलकिसगंज, भाण्डेर, ईसागढ़, पांढुर्णा और उज्जैन सहित कई जिलों की पुलिस द्वारा उत्कृष्ट कार्यवाही की गई। पुलिस ने तकनीकी सहायता और संवेदनशील दृष्टिकोण अपनाकर बालिकाओं को परिजनों तक पहुँचाया।

इसी दौरान नक्सल विरोधी कार्रवाई में भी मध्यप्रदेश पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता मिली है। दिनांक 03-04 नवंबर की रात बालाघाट जिले के रूपझर थाना क्षेत्र के घने जंगलों में सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें नक्सली कैंप से रायफल, पिट्टू बैग, टेंट सामग्री और मेडिसिन बरामद की गईं। बरामद साक्ष्यों से नक्सलियों को नुकसान होने के संकेत मिले हैं।

इसके अतिरिक्त, थाना लांजी क्षेत्र में महिला नक्सली सुनीता ने अपने हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया। उसके विरुद्ध तीन राज्यों में कुल 14 लाख रुपये का इनाम घोषित था। यह मध्यप्रदेश आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2023 के अंतर्गत पहला आत्मसमर्पण है।

दोनों अभियानों से स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश पुलिस एक ओर बालिकाओं की सुरक्षा एवं पुनर्वास के लिए संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है, वहीं दूसरी ओर नक्सलवाद उन्मूलन के लिए दृढ़ संकल्पित होकर सघन अभियान चला रही है।

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