65 घंटे बाद शिप्रा नदी से मिली आरक्षक आरती की कार और शव, स्थानीय गोताखोर ने खोज निकाला

 



उज्जैन। शिप्रा नदी में शनिवार रात हुए दर्दनाक हादसे के बाद लगातार चार दिनों से चल रहे सर्च अभियान का अंत मंगलवार को हुआ। बड़े पुल से नदी में गिरी पुलिस टीम की कार से आखिरकार महिला आरक्षक आरती पाल का शव और कार बरामद कर लिया गया। इस खोज में स्थानीय गोताखोर मोहम्मद इरफान की अहम भूमिका रही, जिसने अपने अंदाज से कार और शव ढूंढ निकाला।

शनिवार रात करीब 9 बजे कार नदी में गिरी थी। पानी अधिक होने और तेज बहाव की वजह से कार और उसमें सवार लोगों का पता नहीं लग पा रहा था। सर्चिंग के दौरान रविवार को टीआई अशोक शर्मा और सोमवार को एसआई मदनलाल निनामा का शव बरामद किया गया था, लेकिन तीसरी साथी महिला आरक्षक आरती का कोई सुराग नहीं मिला।

मंगलवार को गोताखोर मोहम्मद इरफान ने पुलिस से मात्र 15 मिनट का समय लिया। उसने उसी जगह से खोज शुरू की, जहां कार नदी में गिरी थी। कुछ ही देर में उसने 60 से 70 मीटर दूर कीचड़ में धंसी कार का पता लगाया। कार के भीतर ही आरती का शव फंसा हुआ मिला।

कार को क्रेन की मदद से बाहर निकाला गया और कटर से हिस्से काटकर शव को बाहर निकाला गया। घटना स्थल पर मौजूद एसपी प्रदीप शर्मा ने बताया कि पहली प्राथमिकता शव को सुरक्षित बाहर निकालना था।

आरती का शव मिलने की खबर मिलते ही उसके पिता मौके पर पहुंच गए। बेटी को इस हालत में देख बार-बार बेसुध हो जाते रहे। वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं।

करीब 65 घंटे की तलाश के बाद जब आरती का शव कार से बाहर आया, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया।