-20,972 लोगों को सुरक्षित निकाला-
पंजाब। पंजाब राज्य बाढ़ संकट का सामना कर रहा है,यह 1988 के बाद का सबसे भयानक बाढ़ संकट है। भारी बारिश और हिमाचल-जेके से छोड़े गए जल के कारण सतलुज, रावी और व्यास नदियां उफान पर हैं। अब तक 20,972 लोगों को सुरक्षित निकालने, 4.24 लाख एकड़ फसल डूबने, और एनडीआरएफ की 31 व अन्य सुरक्षा बलों की 29 टुकड़ियों द्वारा युद्धस्तर पर राहत प्रयासों मे जुटी हुई है।
राज्य के 23 जिलों में लगभग 1,902 गाँव प्रभावित हुए हैं, और 3.84 लाख से अधिक लोग संकट से जूझ रहे है। सब से अधिक दुःखद खबर यह है कि अब तक 43 लोगों की बाढ़ में जान गई है। 196 राहत शिविर बनाए गए हैं, जिनमें अधिकांश लोग बर्नाला के हैं, और सरकार विशेष गिरदावरी के जरिये किसानों और प्रभावितों को मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया में जुटी है।
राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी
पंजाब में बाढ़ के दौरान अब तक कुल 20,972 लोगों को बचाया गया है। एनडीआरएफ की 31 टीमें तथा सैनिक और अर्धसैनिक बलों की 29 टुकड़ियां राहत कार्यों में सक्रिय हैं।
कृषि सहित जनजीवन को भारी नुक्सान
राज्य भर में लगभग 4.24 लाख एकड़ फसल डूब चुकी है, जिससे कृषि क्षेत्र में व्यापक तबाही मची है।
मतकों की संख्या व प्रभावित गाँव
बाढ़ से अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य के 23 जिलों में 1,902 से अधिक गाँव बाढ़ की चपेट में आए हैं, जिससे लगभग 3.84 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
प्रभावित इलाके और संख्या
कुल प्रभावित आबादी 3.84 लाख से ऊपर आंकी गई है। राहत शिविरों में 196 कैम्प स्थापित किए गए हैं, जिनमें अधिकांशता बर्नाला में (6,755 लोग) स्थित हैं।