(शैलेन्द्र सेन)
भोपाल। अयोध्या सहित उत्तर भारत में राम बारात का आयोजन भगवान श्रीराम के विवाह उत्सव के रूप में धूमधाम से किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य राम के आदर्शों और धर्म, सत्य तथा नैतिकता के मूल्यों को जन-जन तक पहुँचाना है।
यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक विरासत को भी सशक्त बनाता है। विभिन्न धर्म और जातियों के लोग इसमें उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं, जिससे सामंजस्य और सद्भावना बढ़ती है।
राम बारात स्थानीय व्यापार, होटल और परिवहन जैसे व्यवसायों को भी प्रोत्साहन देती है, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को बल मिलता है। भक्तों के लिए यह उत्सव खुशी, उल्लास और भक्ति भाव से जुड़ा एक अनूठा अवसर होता है।
संक्षेप में, राम बारात धार्मिक आस्था के साथ-साथ सामाजिक समरसता और आर्थिक सहयोग का भी प्रतीक है।