(विशेष संवाददाता)
मुरैना। जिले के सबलगढ़ में पदस्थ एसडीएम माहौर पर गंभीर आरोप सामने आने के बाद प्रशासनिक स्तर पर बड़ी कार्रवाई की गई है। मामला तब प्रकाश में आया जब एक पीड़िता के परिजनों ने जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर को वीडियो और लिखित शिकायत सौंपी।
ये था मामला
शिकायत में आरोप लगाया गया कि एसडीएम ने पीड़ित परिवार के साथ कथित अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और धमकियाँ भी दीं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, शिकायत के साथ दिए गए वीडियो में इस तरह की बातें स्पष्ट तौर पर देखी और सुनी जा सकती हैं।
कलेक्टर और मुख्यमंत्री की कार्रवाई
- शिकायत सामने आने के बाद कलेक्टर मुरैना ने पहले एसडीएम को मुख्यालय अटैच करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया।
- इसके बाद मामला मुख्यमंत्री तक पहुँचा, जिन्होंने तत्काल निलंबन के आदेश दिए।
अन्य आरोप भी आए सामने
सूत्र बताते हैं कि विवाद सिर्फ धमकियों तक सीमित नहीं है। एसडीएम की कार्यप्रणाली को लेकर कई अनियमितताओं की शिकायतें पहले से प्रशासन तक पहुँच रही थीं।
- विवादित पटवारियों के तबादलों का मामला
- दफ्तर में कामकाज की पारदर्शिता पर सवाल
- जनसामान्य की समस्याओं के समाधान में लापरवाही जैसी बातें भी उजागर हुई हैं।
नया प्रभार
निलंबन के बाद प्रशासन ने तत्काल कदम उठाते हुए मेघा तिवारी को सबलगढ़ का नया एसडीएम नियुक्त कर दिया है।
प्रशासनिक हलचल
यह घटना पूरे जिले में प्रशासनिक हलचल का कारण बनी हुई है। स्थानीय राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर भी इस मामले की चर्चा जोर पकड़ चुकी है। लोग इसे प्रशासनिक जवाबदेही और पारदर्शिता से जोड़कर देख रहे हैं।