(विशेष संवाददाता)
रतलाम। एनसीबी ने छुपी हुई अवैध अल्प्राजोलम ड्रग फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है, जहां से 3.44 करोड़ रुपये मूल्य का 13.76 किलो अल्प्राजोलम जब्त किया गया। इस फैक्ट्री को महू-नीमच रोड, सेजावता गांव के किराए के गोदाम में चलाया जा रहा था, जिसमें उपकरण, रसायन, और सॉल्वेंट्स भी बरामद हुए। दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक बीटेक और दूसरा बी फार्मा ग्रेजुएट है। इस अवैध फैक्ट्री में तैयार नशीली दवाएं अन्य राज्यों में भेजी जाती थीं।
एनसीबी की कार्रवाई
इंदौर से आधा दर्जन अधिकारी तीन वाहनों में रतलाम पहुंचे और छापेमारी की। आगे की जांच में उनका लक्ष्य मास्टरमाइंड और आपूर्ति नेटवर्क का पता लगाना है। बरामद वस्तुएं केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग की निगरानी में जांच के लिए भेजी गई हैं।
चोरी छिपे चल रही थी फैक्ट्री
यह फैक्ट्री बिल्डिंग मटेरियल यूनिट के पीछे छिपाकर चल रही थी, जिसमें सामने से निर्माण सामग्री का कारोबार दिखाई देता था, जबकि अंदर नशीली दवाओं का निर्माण होता था।
दो आरोपित गिरफ्तार
51 वर्षीय रूप सिंह चौहान और 39 वर्षीय अभिजीत सिंह चौहान, को गिरफ्तार कर जिला न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तारों की मेडिकल जांच भी कराई गई।इस कार्रवाई को प्रदेश में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे प्रमुख ऑपरेशनों में से एक माना जा रहा है, जिससे नशे के नेटवर्क को बड़े स्तर पर ठेस पहुंचेगी। यह फैक्ट्री स्थानीय पुलिस की निगरानी से छिपी थी, जिसके कारण सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।