पिता बिजली विभाग में कर्मचारी, मां शिक्षिका — छात्रों का आरोप: पुलिस ने की बेरहमी से पिटाई
(नदीम शेख़)
भोपाल। भोपाल पीपलानी थाना क्षेत्र में एक युवा छात्र की संदिग्ध मौत ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है।
उदित गायके (22 वर्ष), जो वीआईटी सीहोर से हाल ही में बी-टेक की पढ़ाई पूरी कर चुका था, की मौत कथित पुलिस पिटाई से हो गई। मृतक एक DSP (उप पुलिस अधीक्षक) का साला बताया जा रहा है।
उदित के पिता बिजली कंपनी में कार्यरत हैं और मां एक सरकारी विद्यालय में शिक्षिका हैं।
घटना: रात 11 बजे “चेकिंग” के नाम पर बर्बरता
घटना गुरुवार देर रात इंद्रपुरी इलाके की बताई जा रही है, जब पुलिस ने “चेकिंग” के नाम पर उदित और उसके दोस्तों को रोका।
छात्रों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उनसे गाली-गलौज की, ₹10,000 की रिश्वत मांगी और विरोध करने पर लाठी-डंडे व लात-घूंसों से बेरहमी से पीटा।
उदित की हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिवार का कहना है कि यह स्पष्ट रूप से पुलिस की पिटाई से हुई मौत (Custodial Beating) है।
घटना स्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में पूरी वारदात कैद होने की बात कही जा रही है।
थाने पर छात्रों का हंगामा, नारेबाजी और न्याय की मांग
शुक्रवार सुबह वीआईटी सीहोर के डेढ़ दर्जन से अधिक छात्र और परिजन पिपलानी थाने पहुंचे।
उन्होंने जोरदार नारेबाजी की, पुलिस पर वर्दी की आड़ में अत्याचार और लापरवाही का आरोप लगाया।
छात्रों ने तुरंत दोषियों को बर्खास्त करने और न्यायिक जांच की मांग की।
पुलिस बल को एहतियातन थाने के बाहर तैनात किया गया।
पुलिस की प्रतिक्रिया: “हिरासत में मौत नहीं”
पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने घटना को गंभीर बताया है और प्राथमिक कार्रवाई के रूप में
SI संतोष बामनिया और कांस्टेबल सौरभ आर्य को निलंबित किया गया है।
हालांकि पुलिस का कहना है कि उदित को थाने नहीं लाया गया था, इसलिए यह “पुलिस हिरासत में मौत” का मामला नहीं कहा जा सकता।
एसीपी अदिति भावसार सक्सेना ने बताया कि “चार-पांच युवकों के बीच सड़क पर विवाद हुआ था, जिस पर पुलिस पहुंची। जांच जारी है और मर्ग कायम किया गया है।”
पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल से कराया गया है, रिपोर्ट का इंतजार है।
-वीडियो वायरल: पिटाई का दृश्य साफ दिखाई दिया
इस बीच एक सीसीटीवी वीडियो वायरल हुआ है जिसमें पिपलानी थाने के पास उदित और अन्य युवकों को पुलिसकर्मियों द्वारा पीटते हुए देखा जा सकता है।
वीडियो में एक पुलिसकर्मी को लाठी चलाते हुए और युवक को गिरा हुआ दिखाते हुए देखा गया है।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पुलिस की कार्रवाई और जवाबदेही पर सवाल उठने लगे हैं।