प्रियंका नगर में निर्माणाधीन बेसमेंट से मिले मानव अंग, पुलिस जांच में जुटी



(क्राइम रिपोर्टर)

भोपाल। थाना कोलार क्षेत्र के प्रियंका नगर स्थित एक निर्माणाधीन बेसमेंट में मानव अंग मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। यह मामला 7 अक्टूबर 2025 को सामने आया, जब स्थानीय लोगों ने बेसमेंट में संदिग्ध वस्तुएं देख पुलिस को सूचना दी।

सूचना मिलते ही कोलार पुलिस दल मौके पर पहुंचा और घटनास्थल का निरीक्षण किया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि बेसमेंट में अज्ञात शव का एक पैर, दूसरे पैर की हड्डी और एक हाथ की हड्डी पाई गई है, जबकि शव का धड़ और सिर का हिस्सा नहीं मिला है।

पुलिस ने  मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी । मौके पर एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) टीम को भी बुलाया गया, जिसने वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य संकलित किए और घटनास्थल की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी कराई।

जांच के दौरान मौके से मिला एक “DEEP TEX” ब्रांड का दुपट्टा भी जब्त किया गया है। पुलिस इस दुपट्टे के जरिए मृतक की पहचान से जुड़ी जानकारी जुटाने के लिए कंपनी और उसके डिस्ट्रीब्यूटर नेटवर्क से संपर्क कर रही है।

पोस्टमार्टम और प्रारंभिक निष्कर्ष

शव को शासकीय चिकित्सालय भेजा गया, जहां डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार—

  • शव किसी वयस्क व्यक्ति (Adult Person) का प्रतीत होता है।
  • शरीर पर किसी भी प्रकार की गंभीर बाहरी चोट या बोन इंजरी नहीं पाई गई है।
  • शव की स्थिति अत्यंत क्षत-विक्षत होने के कारण मृतक का लिंग (Gender) निर्धारित नहीं हो सका है।

शव के सुरक्षित हिस्सों को DNA विश्लेषण के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी भेजा गया है, ताकि लिंग निर्धारण और पहचान की पुष्टि की जा सके।

चार पुलिस टीमें जांच में जुटी

थाना कोलार पुलिस ने चार अलग-अलग जांच टीमों का गठन किया है, जो—

  • भोपाल एवं आसपास के जिलों में दर्ज गुमशुदगी रिपोर्टों से शव की तस्दीक कर रही हैं।
  • आसपास के क्षेत्र में घर-घर पूछताछ कर जानकारी एकत्र कर रही हैं।
  • CCTV फुटेज खंगाल रही हैं ताकि किसी संदिग्ध गतिविधि का पता चल सके।
  • साथ ही, डी-मार्ट क्षेत्र एवं आसपास के नालों, झाड़ियों और खाली स्थानों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

पुलिस का कहना

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर और जटिल है। जांच के हर पहलू पर बारीकी से काम किया जा रहा है। DNA रिपोर्ट आने के बाद ही मृतक की पहचान और मृत्यु के कारणों पर स्पष्ट जानकारी मिल सकेगी।