(फ़िरोज़)
प्राप्त जानकारी ग्राम खजुरिया रामदास निवासी बाबूलाल साहू (70 वर्ष) पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्ध कर्म करने पोते और पोती के साथ ब्रह्मा नदी के घाट पर पहुँचे थे। इसी दौरान उनकी 12 वर्षीय पोती चिंको तेज धारा में बहने लगी। पोती को बचाने के लिए दादा और पोता दोनों नदी में कूद गए।
बाबूलाल साहू ने अपने पोते को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन पोती को बचाने की कोशिश में खुद तेज धारा में फंस गए। कुछ ही देर में दोनों नदी की लहरों में समा गए।
टीन घंटे की तलाश के बाद दादा का शव बरामद
घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने तलाश शुरू की। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद बाबूलाल साहू का शव नदी से आधा किलोमीटर दूर बरामद हुआ। वहीं पोती का शव देर शाम तक खोजा जा रहा था।
इलाके मे शोक की लहर
इस हृदयविदारक घटना से पूरे गाँव में मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने बाबूलाल साहू को “ नायक” बताते हुए कहा कि उन्होंने अपनी जान जोखिम में डालकर पोते की जिंदगी बचाई।